Tuesday, June 4, 2013

.लम्हा-लम्हा जिन्दगी का

बिखरे सपने
बिछुड़े  अपने
दिल दर्द में 
डूबता है .....
.लम्हा-लम्हा जिन्दगी का 
आगे बढ़ता है .....


चले गए जो ..
नहीं ...मिलेंगे 
दिल रह-रह कहता है ...
यादों में उनके 
व्याकुल होकर 
मन मचलता है .....

सतरंगी सपनों को राही 
फिर भी  गढ़ता है ...

अपने हैं तो सपने हैं 
सपने हैं तो जीवन 
आना -जाना 
लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन .......


28 comments:

  1. bahut hi sundar rachna अपने हैं तो सपने हैं
    सपने हैं तो जीवन
    आना -जाना
    लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन .......

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  2. अपने हैं तो सपने हैं
    सपने हैं तो जीवन
    आना -जाना
    लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन ..

    ...एक शाश्वत सत्य...बहुत सुन्दर रचना..

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  3. अपने हैं तो सपने हैं
    सपने हैं तो जीवन
    आना -जाना
    लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन .......

    यही सच है -बहुत सुन्दर

    latest post मंत्री बनू मैं
    LATEST POSTअनुभूति : विविधा ३

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  4. चले गए जो ..
    नहीं ...मिलेंगे
    दिल रह-रह कहता है ...
    यादों में उनके
    व्याकुल होकर
    मन मचलता है .....----

    वाह प्रेम का सुंदर अहसास
    उत्कृष्ट प्रस्तुति----

    आग्रह है
    गुलमोहर------

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  5. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल बुधवार (05-06-2013) के "योगदान" चर्चा मंचःअंक-1266 पर भी होगी!
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  6. बहुत सशक्त रचना.

    रामराम.

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  7. बहुत अच्छी रचना
    बहुत सुंदर

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  8. 'समझो ..मेरे मन .......'
    मुश्किल यही है कि मन ही नहीं मानता!

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    1. sahi bat ......ghoomphir kar wahin aa jata hai ...

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  9. अपने हैं तो सपने हैं
    सपने हैं तो जीवन
    आना -जाना
    लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन .......

    खूबसूरत पंक्तियाँ.

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  10. आना जाना लगा रहेगा
    दिल को कैसे समझा पायें
    याद के साथ ही दर्द उमड़ता
    ईश्वर से कितना लड़ पायें

    शुभकामनायें आपको !

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  11. कविता की अंतिम चार पंक्तिया मनुष्य के सपनों पर जिने की भरसक कोशिश को हौसला देती है। कल के सुनहरे दृष्य ही हमारा वर्तमान जीवन सुंदर बनाते हैं। डॉ.निशा जी लयात्मक और सार्थक प्रस्तुति।

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  12. अपने हैं तो सपने हैं
    सपने हैं तो जीवन
    आना -जाना
    लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन .......

    खूबसूरत पंक्तियाँ.लाजवाब . धन्यवाद

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  13. सुन्दर ...यही तो बात है...समझो मेरे मन....

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  14. ज़िन्दगी के मरम को समझाती सुन्दर भाव लिए रचना

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  15. bhaavuk rachna

    meri nayi post pe aapka swaagat hai: http://raaz-o-niyaaz.blogspot.com/2013/06/blog-post.html

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  16. वाह बहुत ही सुंदर और भावपूर्ण

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  17. वाह....
    बहुत सुन्दर...सार्थक अभिव्यक्ति..

    अनु

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  18. सच है की सपने हैं तो जीवन है, अपने हैं ...
    समय तो चलता है ... आना जाना भी रहता ही है ...

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  19. लम्हा लम्हा जिन्दगी का आगे बढ़ता है बहुत खुबसूरत...

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  20. एक नजर यहां भी

    मीडिया के भीतर की बुराई जाननी है, फिर तो जरूर पढिए ये लेख ।
    हमारे दूसरे ब्लाग TV स्टेशन पर। " ABP न्यूज : ये कैसा ब्रेकिंग न्यूज ! "
    http://tvstationlive.blogspot.in/2013/06/abp.html

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  21. अपने हैं तो सपने हैं
    सपने हैं तो जीवन
    आना -जाना
    लगा रहेगा ...

    bilkul sahi ....!!

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  22. आना जाना लगा रहेगा .कर्म की छाया साथ चलेगी ............पार्ट पूरा होने पर आत्मा शरीर रुपी बदल लेती है .....नथिंग न्यू .....बढ़िया रचना .

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  23. अपने हैं तो सपने हैं
    सपने हैं तो जीवन
    आना -जाना
    लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन ......

    बहुत सुन्दर

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