Thursday, January 24, 2019

सूरज लूट गया


विहँस रही है रजनी 

तारे चमक रहे 
रातरानी के सानिध्य में  
मौसम गमक रहे 
कलियाँ - कलियाँ झूम रही 
दिशायें मुस्कुराई 
आनंद के रथ पे हो सवार 
नाची पुरवाई 
आगोश में चाँदनी के 
तम दुबक गया 
चंदा की नगरी में  
सूरज लूट गया। 

बहुत दिनों के बाद आख़िरकार मौका निकाल  ही लिया  .....