Tuesday, September 21, 2021

 बीते वक्त को लौटाया नहीं जाता

अपनों की यादों को भुलाया नहीं जाता

नैनों में जिसके अपनों के स्नेह के समंदर भरे हों ...... उन आंखों को रुलाया नहीं जाता  ....

💐💐 खुश रहें वो भी जो हमसे दूर बहुत ..... दूर  हैं .... 



3 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 22 सितम्बर 2021 शाम 3.00 बजे साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  2. जी जरूर ..... बहुत बहुत धन्यवाद

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