बीते वक्त को लौटाया नहीं जाता
अपनों की यादों को भुलाया नहीं जाता
नैनों में जिसके अपनों के स्नेह के समंदर भरे हों ...... उन आंखों को रुलाया नहीं जाता ....
💐💐 खुश रहें वो भी जो हमसे दूर बहुत ..... दूर हैं ....
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 22 सितम्बर 2021 शाम 3.00 बजे साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जी जरूर ..... बहुत बहुत धन्यवाद
वाह! अप्रतिम।
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज बुधवार 22 सितम्बर 2021 शाम 3.00 बजे साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteजी जरूर ..... बहुत बहुत धन्यवाद
ReplyDeleteवाह! अप्रतिम।
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