Nisha jee kahan chaleen aap??abhi na jaao chhod kar ke dil abhi bhara nahee...
This comment has been removed by a blog administrator.
इस संकेत का क्या अर्थ है?
This comment has been removed by the author.
गम की गली जितना जल्दी हो छोड़ देना चाहिए ... खुशी की राह जरूरी है ...
ARE BHAI GAM KI GALI CHHOD RAHI HOON BLOG KI NAHI .....
बहुत बहुत शुक्रिया द्रुत टिपण्णी के लिए .स्वागतेय , पहल आपकी .बहुत बढ़िया है यह भाव कणिका आपकी .
जब दर्द se रिश्ता हो जाये तब उसका बिछड़ना भी गमजदा लगता है .....
sahi bat kahi aapne heer jee kyonki hmen uski aadat ho jati hai......aur likhne vale ko to gam jiyada hi psand karta hai ...
बहुत अच्छी प्रस्तुति! मेरे नए पोस्ट "छाते का सफरनामा" पर आपका हार्दिक अभिनंदन है। धन्यवाद।
Nisha jee kahan chaleen aap??
ReplyDeleteabhi na jaao chhod kar ke dil abhi bhara nahee...
This comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDeleteइस संकेत का क्या अर्थ है?
DeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteगम की गली जितना जल्दी हो छोड़ देना चाहिए ... खुशी की राह जरूरी है ...
ReplyDeleteARE BHAI GAM KI GALI CHHOD RAHI HOON BLOG KI NAHI .....
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया द्रुत टिपण्णी के लिए .स्वागतेय , पहल आपकी .बहुत बढ़िया है यह भाव कणिका आपकी .
ReplyDeleteजब दर्द se रिश्ता हो जाये तब उसका बिछड़ना भी गमजदा लगता है .....
ReplyDeletesahi bat kahi aapne heer jee kyonki hmen uski aadat ho jati hai......aur likhne vale ko to gam jiyada hi psand karta hai ...
Deleteबहुत अच्छी प्रस्तुति! मेरे नए पोस्ट "छाते का सफरनामा" पर आपका हार्दिक अभिनंदन है। धन्यवाद।
ReplyDelete