डूबनेवाला तट पर आ जाता है
मंद समीर का झोंका भी ..
जीने का सहारा बन जाता है .....
खुद पर विश्वास किया जिसने ...
मंजिलें उसी ने पाई है
राह की बाधाएं भी भला कभी ...
जीतनेवाले को रोक पाई है ?
मोती चाहिए तुम्हे अगर तो ?
जलधि में समाना होगा
अंधियारे को दूर कर सको
वो बाती बनकर जलना होगा .....
प्रथम परिचय को भूल न पाए
इसके लिए अहर्निश
,साथी .... तुमको ...चलना होगा ....
साथी तुमको चलना ही होगा ....
सूरज चलता
चंदा चलता
चलता है .....
जग सारा ....
छोटी सी इस जिन्दगी में .....
रहे सदा साथ हमारा ... ........ ..दिवाली की बहुत -बहुत शुभकामनाएं ......
मोती चाहिए तुम्हे अगर तो ?
ReplyDeleteजलधि में समाना होगा
अंधियारे को दूर कर सको
वो बाती बनकर जलना होगा .....
....बहुत सार्थक अभिव्यक्ति...दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!
खुद पर विश्वास किया जिसने ....
ReplyDeleteमंज़िलें उसी ने पाई है
राह की बाधाएं भी भला कभी ....
जितने वाले को रोक पाई है ?
सही कहा है आपने !!
मेरी नयी पोस्ट
माँ नहीं है वो मेरी, पर माँ से कम नहीं है !!!
अत्यंत सुन्दर काव्यमय दीपावली शुभकामनायें ,बधाई
ReplyDeleteसुंदर ...प्रेरित करती रचना
ReplyDeleteसूरज चलता
ReplyDeleteचंदा चलता
चलता है .....
जग सारा ....
छोटी सी इस जिन्दगी में .....
रहे सदा साथ हमारा
ऊपर की पंक्तियों ने ये दो लाइम याद दिला दी
मैं गोताखोर मुझे गहरे जाना होगा , तुम तट पर बैठ भंवर की बातें किया करो
दीपावली की शुभकामनायें
SAHAJ BHASHA AUR SAHAJ BHAVABHIVYAKTI KE LIYE AAPKO
ReplyDeleteBADHAAEE AUR SHUBH KAMNA .
एक तिनके के सहारे
ReplyDeleteडूबनेवाला तट पर आ जाता है
मंद समीर का झोंका भी ..
जीने का सहारा बन जाता है .....
खुद पर विश्वास किया जिसने ...
मंजिलें उसी ने पाई है
राह की बाधाएं भी भला कभी ...
जीतनेवाले को रोक पाई है ?
मोती चाहिए तुम्हे अगर तो ?
जलधि में समाना होगा
अंधियारे को दूर कर सको
वो बाती बनकर जलना होगा .....
प्रथम परिचय को भूल न पाए
इसके लिए अहर्निश
,साथी .... तुमको ...चलना होगा ....
साथी तुमको चलना ही होगा ....
सूरज चलता
चंदा चलता
चलता है .....
जग सारा ....
छोटी सी इस जिन्दगी में .....
रहे सदा साथ हमारा ... ..........दिवाली की बहुत -बहुत शुभकामनाएं ....
हाँ !तुझको चलना होगा ,झंझा वातों से लड़ना होगा ,तूफानों में पलना होगा .....खुद पर विश्वास रख मनुज चलता चल जहां जीवन ले जाए समय की धारा का रुख पलटेगा ,रुक मत चलता जा ,मनुज रे चलता जा ...
ReplyDeleteदीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ!
कल 12/11/2012 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
dhanyavad yashwant jee...
Deleteआप और आपके पूरे परिवार को मेरी तरफ से दिवाली मुबारक | पूरा साल खुशिओं की गोद में बसर हो और आपकी कलम और ज्यादा रचनाएँ प्रस्तुत करे.. .. !!!!!
ReplyDeletedhanyavad sir....
Deletedhanyavad shastri jee...
ReplyDeleteतमसो मा ज्योतिर्गमय...शुभकामनाएं दीपावली की...
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर प्रेरणादायी रचना....
ReplyDeleteआपको सहपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ..
:-)
बहुत सुंदर रचना ..... दीपावली की शुभकामनायें
ReplyDeleteप्रेरक अभिव्यक्ति - बहुत सुंदर
ReplyDeleteसुंदर रचना !
बनी रहे त्यौंहारों की ख़ुशियां हमेशा हमेशा…
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
♥~*~दीपावली की मंगलकामनाएं !~*~♥
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
सरस्वती आशीष दें , गणपति दें वरदान
लक्ष्मी बरसाएं कृपा, मिले स्नेह सम्मान
**♥**♥**♥**●राजेन्द्र स्वर्णकार●**♥**♥**♥**
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खुद पर विश्वास किया जिसने ...
ReplyDeleteमंजिलें उसी ने पाई है
राह की बाधाएं भी भला कभी ...
जीतनेवाले को रोक पाई है ?
bilkul sach kaha aapne,