सूनी निगाहें भीड़ में ....
उस चेहरे को तलाशती है ...औ ....
दिल फूटफूट के रोता है ....
जिन्दगी के रेलमपेल में जब कोई अपना ...
हमेशा के लिए खो जाता है ...सच .....
बड़े मुश्किल भरे दिन होते हैं ....
दुखमय रात होती है ....
जिन्दगी औ मौत की जंग में जब ......
मौत जीत जाती है .....
सचमुच....
ReplyDeleteनियति को स्वीकार करना बड़ा कठिन होता है...
:-(
अनु
आपकी यह बेहतरीन रचना शनिवार 02/02/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!
ReplyDeletedhanyavad yashoda jee......
Deleteबेहद मार्मिक रचना..
ReplyDeleteजिंदगी है तो मौत है..
मौत के बाद फिर एक नयी जिंदगी...
bahut khoob madamji...
ReplyDeleteमार्मिक रचना ...
ReplyDeleteबड़े मुश्किल भरे दिन होते हैं ....
ReplyDeleteदुखमय रात होती है ....
जिन्दगी औ मौत की जंग में जब ......
मौत जीत जाती है .....
आपने मेरे पिता के खोने के दिनों को जिंदा कर दिया .
waakai men aise din bhulaye nahi bhulte hain .....
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