बिछुड़े अपने
दिल दर्द में
डूबता है .....
.लम्हा-लम्हा जिन्दगी का
आगे बढ़ता है .....
चले गए जो ..
नहीं ...मिलेंगे
दिल रह-रह कहता है ...
यादों में उनके
व्याकुल होकर
मन मचलता है .....
सतरंगी सपनों को राही
फिर भी गढ़ता है ...
अपने हैं तो सपने हैं
सपने हैं तो जीवन
आना -जाना
लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन .......
bahut hi sundar rachna अपने हैं तो सपने हैं
ReplyDeleteसपने हैं तो जीवन
आना -जाना
लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन .......
अपने हैं तो सपने हैं
ReplyDeleteसपने हैं तो जीवन
आना -जाना
लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन ..
...एक शाश्वत सत्य...बहुत सुन्दर रचना..
ReplyDeleteअपने हैं तो सपने हैं
सपने हैं तो जीवन
आना -जाना
लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन .......
यही सच है -बहुत सुन्दर
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चले गए जो ..
ReplyDeleteनहीं ...मिलेंगे
दिल रह-रह कहता है ...
यादों में उनके
व्याकुल होकर
मन मचलता है .....----
वाह प्रेम का सुंदर अहसास
उत्कृष्ट प्रस्तुति----
आग्रह है
गुलमोहर------
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल बुधवार (05-06-2013) के "योगदान" चर्चा मंचःअंक-1266 पर भी होगी!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
aabhar aapka shashtri jee ...
Deleteबहुत सशक्त रचना.
ReplyDeleteरामराम.
बहुत अच्छी रचना
ReplyDeleteबहुत सुंदर
'समझो ..मेरे मन .......'
ReplyDeleteमुश्किल यही है कि मन ही नहीं मानता!
sahi bat ......ghoomphir kar wahin aa jata hai ...
Deletedhanyavad sarita jee ...
ReplyDeleteअपने हैं तो सपने हैं
ReplyDeleteसपने हैं तो जीवन
आना -जाना
लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन .......
खूबसूरत पंक्तियाँ.
आना जाना लगा रहेगा
ReplyDeleteदिल को कैसे समझा पायें
याद के साथ ही दर्द उमड़ता
ईश्वर से कितना लड़ पायें
शुभकामनायें आपको !
कविता की अंतिम चार पंक्तिया मनुष्य के सपनों पर जिने की भरसक कोशिश को हौसला देती है। कल के सुनहरे दृष्य ही हमारा वर्तमान जीवन सुंदर बनाते हैं। डॉ.निशा जी लयात्मक और सार्थक प्रस्तुति।
ReplyDeleteअपने हैं तो सपने हैं
ReplyDeleteसपने हैं तो जीवन
आना -जाना
लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन .......
खूबसूरत पंक्तियाँ.लाजवाब . धन्यवाद
सुन्दर ...यही तो बात है...समझो मेरे मन....
ReplyDeletethanks to all ...
ReplyDeleteमर्म को छूती रचना........
ReplyDeleteज़िन्दगी के मरम को समझाती सुन्दर भाव लिए रचना
ReplyDeletebhaavuk rachna
ReplyDeletemeri nayi post pe aapka swaagat hai: http://raaz-o-niyaaz.blogspot.com/2013/06/blog-post.html
वाह बहुत ही सुंदर और भावपूर्ण
ReplyDeleteवाह....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...सार्थक अभिव्यक्ति..
अनु
सच है की सपने हैं तो जीवन है, अपने हैं ...
ReplyDeleteसमय तो चलता है ... आना जाना भी रहता ही है ...
लम्हा लम्हा जिन्दगी का आगे बढ़ता है बहुत खुबसूरत...
ReplyDeleteएक नजर यहां भी
ReplyDeleteमीडिया के भीतर की बुराई जाननी है, फिर तो जरूर पढिए ये लेख ।
हमारे दूसरे ब्लाग TV स्टेशन पर। " ABP न्यूज : ये कैसा ब्रेकिंग न्यूज ! "
http://tvstationlive.blogspot.in/2013/06/abp.html
अपने हैं तो सपने हैं
ReplyDeleteसपने हैं तो जीवन
आना -जाना
लगा रहेगा ...
bilkul sahi ....!!
ReplyDeleteआना जाना लगा रहेगा .कर्म की छाया साथ चलेगी ............पार्ट पूरा होने पर आत्मा शरीर रुपी बदल लेती है .....नथिंग न्यू .....बढ़िया रचना .
अपने हैं तो सपने हैं
ReplyDeleteसपने हैं तो जीवन
आना -जाना
लगा रहेगा ....समझो ..मेरे मन ......
बहुत सुन्दर