नोट : आमतौर पर मैं अपने लेख पढ़ने के लिए आग्रह नहीं करता हूं, लेकिन आज इसलिए कर रहा हूं, ये बात आपको जाननी चाहिए। मेरे दूसरे ब्लाग TV स्टेशन पर देखिए । धोनी पर क्यों खामोश है मीडिया ! लिंक: http://tvstationlive.blogspot.in/2013/06/blog-post.html?showComment=1370150129478#c4868065043474768765
KHOOBSHURAT AHSHAH
ReplyDeleteवाह....
ReplyDeleteक्या बात!!!
अनु
ReplyDeleteवाह बहुत खूब प्रस्तुति
बेहतरीन !!
ReplyDeleteबेहतरीन !!
ReplyDeleteबहुत सुंदर मनभावन प्रस्तुति.
ReplyDeleteक्या बात
ReplyDeleteबहुत सुंदर
नोट : आमतौर पर मैं अपने लेख पढ़ने के लिए आग्रह नहीं करता हूं, लेकिन आज इसलिए कर रहा हूं, ये बात आपको जाननी चाहिए। मेरे दूसरे ब्लाग TV स्टेशन पर देखिए । धोनी पर क्यों खामोश है मीडिया !
लिंक: http://tvstationlive.blogspot.in/2013/06/blog-post.html?showComment=1370150129478#c4868065043474768765
दिल -दिमाग पर अपना बस नहीं होता, जब दीदारे यार है होता
ReplyDeleteवाह क्या खूबसूरत ख्याल है, बहुत शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
सच कहा है ... पर दोनों का मिलना आसां नहीं होता ...
ReplyDeletebilkul sahi ......
Deleteबहुत सुन्दर.
ReplyDeleteमिलने की युक्ति तो दिमाग ही लगाता है। कई दिनों बाद आपके ब्लॉग पर आना हुआ। अच्छा लगा। संवाद बना रहे।
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन कभी तो आदमी बन जाओ - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeletedhanyavad......
Deleteबहुत सुन्दर.
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