Thursday, March 13, 2014

ले लो एक विराम


हौले-हौले झूम के कलियाँ  
नववधू सी शरमा  रही है … 
लिए आँखों में इंद्रधनुषी सपने 
अग्रदूत वसंत का --भौंरा 
गीत मिलन के गा रहा है ---

आम्रकुंज से कोयलिया ने 

पी को है पुकारा ----
कहाँ गया मनमौजी मेरा 
किस सौतन ने घेरा ?

टेसू की  डाली पर छाई 

वासन्तिक बहार 
लिए दामन में सपन-सलोने 
आया रंगों का त्यौहार ---

बचपन ,यौवन और बुढ़ापा 

जीवन के हैं रंग 
काम -काम में हो न जाए 
जीवन ये बेरंग ---

ले लो एक विराम 

कर लो हँसी -ठिठोली 
उमंगों के इस उत्सव को 
भूल न जाना हमजोली ----

प्रकृति  की  इस पुकार को 

न करना नजरअंदाज 
मुरली की  मधुर तान पर --राधारानी ---
झूम रही है आज ---

मन बावला फगुआ गाये 

मस्ती छाई रे 
प्रीत की   पक्की रंग लिए फिर 
होली आई रे …। 
                        आप सभी  को होली की  अग्रिम शुभकामनाएं---


16 comments:

  1. होली की बधाई । सुंदर रचना ।

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  2. बहुत सुंदर रचना. होली की मंगलकामनाएँ !

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  3. धन्यवाद राजीव जी .....

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  4. holi ki shubhkamnaye..........sundar si rachna se aapne man moh liya.........

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  5. bahut sunadr prastuti nisha ji .holi parv kee hardik shubhkamnayen

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  6. होली के रंग से रंगी रचना ....आप को होली की शुभकामना .....

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  7. होली की शुभकामना **********

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  8. रंगों से सराबोर होली की शुभकामनायें...

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  9. आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !

    कल 16/03/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
    धन्यवाद !

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  10. अतिसुन्दर और सार्थक रचना ..होली की शुभकामनाये
    बचपन ,यौवन और बुढ़ापा
    जीवन के हैं रंग
    काम -काम में हो न जाए
    जीवन ये बेरंग ---

    ले लो एक विराम
    कर लो हँसी -ठिठोली
    उमंगों के इस उत्सव को
    भूल न जाना हमजोली ----

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  11. होली का मधुर गीत ,... मन को छूता हुआ ..
    आपको भी होली कि हार्दिक बधाई ....

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  12. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...होली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं!

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  13. वाह . . .
    बधाई एवं मंगलकामनाएं आपको !

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  14. बचपन ,यौवन और बुढ़ापा
    जीवन के हैं रंग
    काम -काम में हो न जाए
    जीवन ये बेरंग ---
    बेहद सुन्दर बिम्ब जीवन के प्रकृति के

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  15. बहुत ही सुन्दर रचना...
    :-)

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