हौले-हौले झूम के कलियाँ
नववधू सी शरमा रही है …
लिए आँखों में इंद्रधनुषी सपने
अग्रदूत वसंत का --भौंरा
गीत मिलन के गा रहा है ---
आम्रकुंज से कोयलिया ने
पी को है पुकारा ----
कहाँ गया मनमौजी मेरा
किस सौतन ने घेरा ?
टेसू की डाली पर छाई
वासन्तिक बहार
लिए दामन में सपन-सलोने
आया रंगों का त्यौहार ---
बचपन ,यौवन और बुढ़ापा
जीवन के हैं रंग
काम -काम में हो न जाए
जीवन ये बेरंग ---
ले लो एक विराम
कर लो हँसी -ठिठोली
उमंगों के इस उत्सव को
भूल न जाना हमजोली ----
प्रकृति की इस पुकार को
न करना नजरअंदाज
मुरली की मधुर तान पर --राधारानी ---
झूम रही है आज ---
मन बावला फगुआ गाये
मस्ती छाई रे
प्रीत की पक्की रंग लिए फिर
होली आई रे …।
आप सभी को होली की अग्रिम शुभकामनाएं---
होली की बधाई । सुंदर रचना ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना. होली की मंगलकामनाएँ !
ReplyDeleteधन्यवाद राजीव जी .....
ReplyDeleteholi ki shubhkamnaye..........sundar si rachna se aapne man moh liya.........
ReplyDeletebahut sunadr prastuti nisha ji .holi parv kee hardik shubhkamnayen
ReplyDeleteहोली के रंग से रंगी रचना ....आप को होली की शुभकामना .....
ReplyDeleteहोली की शुभकामना **********
ReplyDeleteरंगों से सराबोर होली की शुभकामनायें...
ReplyDeleteआपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !
ReplyDeleteकल 16/03/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
धन्यवाद !
dhanyavad yashwant jee ....
Deleteअतिसुन्दर और सार्थक रचना ..होली की शुभकामनाये
ReplyDeleteबचपन ,यौवन और बुढ़ापा
जीवन के हैं रंग
काम -काम में हो न जाए
जीवन ये बेरंग ---
ले लो एक विराम
कर लो हँसी -ठिठोली
उमंगों के इस उत्सव को
भूल न जाना हमजोली ----
होली का मधुर गीत ,... मन को छूता हुआ ..
ReplyDeleteआपको भी होली कि हार्दिक बधाई ....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...होली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteवाह . . .
ReplyDeleteबधाई एवं मंगलकामनाएं आपको !
बचपन ,यौवन और बुढ़ापा
ReplyDeleteजीवन के हैं रंग
काम -काम में हो न जाए
जीवन ये बेरंग ---
बेहद सुन्दर बिम्ब जीवन के प्रकृति के
बहुत ही सुन्दर रचना...
ReplyDelete:-)